Mercedes-Benz: जब कोई व्यक्ति लग्ज़री कार खरीदता है, तो उसके मन में एक ही उम्मीद होती है — बेहतरीन परफॉर्मेंस, सुरक्षा और भरोसेमंद तकनीक। लेकिन क्या हो जब करोड़ों की कार अचानक सड़क पर बंद हो जाए या उसमें आग लगने का खतरा हो? ऐसा ही एक बड़ा मामला सामने आया है मर्सिडीज-बेंज इंडिया से, जिसने भारत में अपनी कई हाई-एंड कारों को वापस मंगवाने यानी रिकॉल करने का ऐलान किया है।
क्या है मर्सिडीज की इस रिकॉल की वजह?
मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने पुष्टि की है कि उन्होंने भारत में कुल 30 कारों को रिकॉल किया है। इन सभी गाड़ियों में एक कॉमन तकनीकी खामी पाई गई है, जो सीधे-सीधे कार की सुरक्षा और परफॉर्मेंस से जुड़ी हुई है।
कंपनी ने बताया कि इन कारों के फ्यूज बॉक्स में सही तरीके से सुधार नहीं किया गया। इसका मतलब यह है कि इन फ्यूज बॉक्स से जुड़े कुछ सिस्टम काम करना बंद कर सकते हैं। नतीजतन, बिना किसी चेतावनी के गाड़ी का प्रपल्शन यानी चलने की क्षमता खत्म हो सकती है। इतना ही नहीं, गाड़ी के सेफ्टी रेस्ट्रेंट सिस्टम, जैसे एयरबैग, या इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर भी प्रभावित हो सकते हैं। ये सब मिलकर एक संभावित दुर्घटना और गंभीर चोटों का कारण बन सकते हैं।
और सबसे डरावनी बात यह है कि इन हालातों में कार में थर्मल इंसिडेंट यानी आग लगने जैसी घटना की भी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
Mercedes-Benz किन-किन मॉडलों को किया गया है रिकॉल में शामिल?
इस रिकॉल में मर्सिडीज की कुछ सबसे महंगी और प्रीमियम कारें शामिल हैं, जैसे कि S-Class, Maybach S-Class, EQS, SL55 AMG Roadster, और GLC। इन कारों को खास क्लाइंट्स के लिए बनाया जाता है और इनकी कीमत करोड़ों में होती है। नीचे हम आपको जानकारी देते हैं कि किन तारीखों में बनी कारें प्रभावित हुई हैं:
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S-Class और Maybach S-Class: 22 जून 2023 से 20 मार्च 2024 के बीच बनाई गईं 9 यूनिट्स
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SL55 AMG Roadster: 5 जुलाई से 28 अगस्त 2023 के बीच बनीं 2 यूनिट्स
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GLC: 9 सितंबर से 4 दिसंबर 2023 के बीच तैयार की गईं 3 यूनिट्स
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EQS: 19 जुलाई 2023 से 8 अप्रैल 2024 के बीच बनीं 16 यूनिट्स
इस तरह कुल मिलाकर 30 कारों को वापस बुलाया गया है, ताकि उनमें मौजूद तकनीकी खामी को ठीक किया जा सके।
Mercedes-Benz ग्राहकों के लिए मर्सिडीज की अपील
मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने इस स्थिति को लेकर गंभीरता दिखाई है और सभी प्रभावित ग्राहकों से संपर्क किया जा रहा है। कंपनी की ओर से कहा गया है कि प्रभावित गाड़ियों की नि:शुल्क जांच और मरम्मत की जाएगी ताकि भविष्य में कोई भी खतरा न रहे।
अगर आपने हाल ही में उपरोक्त किसी भी मॉडल को खरीदा है, तो आपको कंपनी की ओर से एक आधिकारिक कॉल या ईमेल आने की संभावना है। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि मर्सिडीज के किसी अधिकृत सर्विस सेंटर से संपर्क करना ही बेहतर रहेगा।
Mercedes-Benz भरोसे की गाड़ी से खतरा क्यों?
यह सवाल हर किसी के मन में उठता है कि मर्सिडीज जैसी वर्ल्ड-क्लास कंपनी की कारों में ऐसी गलती कैसे हो सकती है? लेकिन सच्चाई यही है कि टेक्नोलॉजी जटिल होती जा रही है और छोटी सी लापरवाही बड़े जोखिम का कारण बन सकती है। यही कारण है कि ऐसी प्रतिष्ठित कंपनियां सही समय पर रिकॉल जारी करती हैं, ताकि ग्राहक की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।
क्या हमें मर्सिडीज जैसी कंपनियों पर भरोसा करना चाहिए?
इस पूरे मामले में यह बात साफ है कि कंपनी ने अपनी गलती को छुपाने की बजाय सार्वजनिक किया और समय रहते समाधान की दिशा में कदम उठाया। यही कारण है कि मर्सिडीज जैसी कंपनियों पर अब भी लोगों का भरोसा कायम है। गलती हर किसी से होती है, लेकिन उसे सुधारना ही असली ज़िम्मेदारी होती है।
Disclaimer:यह लेख समाचार रिपोर्ट और मर्सिडीज-बेंज इंडिया द्वारा जारी की गई आधिकारिक जानकारी पर आधारित है। अगर आपकी कार उपरोक्त सूची में शामिल है, तो कृपया कंपनी की वेबसाइट या नजदीकी अधिकृत डीलर से संपर्क करें। इस लेख का उद्देश्य केवल सूचनात्मक है, कृपया इसे कानूनी या तकनीकी सलाह न समझें।
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